!! ॐ नमो श्री हरि !!
पूजा का विधि-विधान जितना सादा होता है। श्रद्धा और विश्वास उतना ही दृढ़ होता है। यदि आप पूजा विधि को आवश्यकता से अधिक जटिल एवं कठिन बना लेते हो तो आप बस पूजा की विधि में अटक जाते हो और श्रद्धा उत्पन्न नहीं हो पाती। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि
ईश्वर आपके भाव का भूखा है, ना कि आप के भोग का।
ईश्वर की पूजा हृदय के भाव से करो, जेब के भार से नहीं